Delhi to Varanasi at super speed: Modi govt plans new bullet train route | News Station
मोदी सरकार राजधानी दिल्ली से वाराणसी के बीच में बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बना रही है इसके तहत नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने दिल्ली से वाराणसी हाई स्पीड रेलवे कॉरिडोर के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर तैयार करने के लिए डाटा कलेक्शन और एसोसिएटेड सर्वे वर्क के लिए निविदा आमंत्रित की है
कोरोनावायरस संक्रमण के चलते नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने फैसला लिया है दिल्ली से वाराणसी के बीच हाई स्पीड रेलवे के डीपीआर के लिए Bids ऑनलाइन ली जाएंगी, Bidding की प्रक्रिया Bid Administrator के जरिए पूरी की जाएगी
Bids मैं हिस्सा लेने वाली कंपनियां या ऑर्गनाइजेशन को Bid Administrator के डिटेल ई-मेल के जरिए दे दिए जाएंगे, इस मामले में टेंडर डॉक्युमेंट नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकते हैं, पूरी तरीके से भरे हुए bid डॉक्यूमेंट को इसी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा इसके लिए एनएचएसआरसीएल ई-मेल के जरिए संबंधित डॉक्यूमेंट अपलोड करने के लिए अलग से लिंक भेजेगा
इस मामले में किसी भी तरह की शंका का निदान करने के लिए 24 जून को शाम 3:00 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक ऑनलाइन मीटिंग भी की जा रही है जिसमें Bidding मैं हिस्सा लेने जा रही पार्टियों को शामिल किया जाएगा इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में संबंधित पार्टियों को पूरी जानकारी दी जाएगी किस किस तरीके से पूरी प्रक्रिया पूरी की जा रही है
दिल्ली वाराणसी हाई स्पीड रेलवे के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए टेंडर भरने की प्रक्रिया 1 जुलाई को सुबह 10:00 बजे शुरू होगी और यह प्रक्रिया 2 जुलाई शाम 3:00 बजे तक खुली रहेगी
दिल्ली वाराणसी हाई स्पीड रेलवे के लिए डीपीआर बनाने के टेंडर के लिए टेक्निकल बिड 3 जुलाई को शाम 3:00 बजे खोली जाएंगी यह पूरी प्रक्रिया टेंडर में हिस्सा लेने वाली पार्टियों की ऑनलाइन मौजूदगी के बीच में की जाएगी
दिल्ली से वाराणसी के बीच में हाई स्पीड रेलवे चलाने को लेकर की जा रही तैयारियों के पीछे जो सबसे बड़ी वजह है वह है दुनिया को यह दिखाना कि भारत स्पीड के मामले में और इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में किसी भी देश से पीछे नहीं रहना चाहता साथ ही साथ दिल्ली वाराणसी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट उत्तर भारत की राजनीति में एक अहम भूमिका अदा करेगा, वाराणसी भारत की सांस्कृतिक राजधानी कही जाती है और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है वाराणसी को बुलेट ट्रेन से जोड़कर कहीं ना कहीं देश मैं लोगों को यह संदेश देने की कोशिश की जाएगी कि प्रधानमंत्री मोदी विकास पुरुष हैं
दिल्ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन का ट्रैक तकरीबन 700 किलोमीटर के आसपास होगा इसका रास्ता क्या हो इसके रास्ते में कौन-कौन से स्टेशन होंगे दिल्ली वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन की पटरियाँ एलिवेटेड ट्रैक पर डाली जाएंगी इसके लिए यह तय किया जाएगा कि इसको दिल्ली लखनऊ वाराणसी के रास्ते चलाया जाए या फिर दिल्ली कानपुर प्रयागराज होते हुए वाराणसी चलाया जाए दोनों रास्तों में दूरी के हिसाब से कोई बहुत बड़ा अंतर नहीं है इन दोनों रास्तों में बीच में कौन-कौन से स्टेशन होंगे यह स्टेशन अंडर ग्राउंड होंगे या एलिवेटेड होंगे क्या मौजूदा रेलवे स्टेशनों के ऊपर या नीचे बुलेट ट्रेन के स्टेशन बनाए जाएंगे या नहीं कौन सा रास्ता ज्यादा फायदेमंद होगा या कौन सा रास्ता ज्यादा इकोनॉमिकल होगा इन सब का लेखा-जोखा दिल्ली वाराणसी हाई स्पीड रेलवे रूट के डीपीआर में दिया जाएगा दिल्ली वाराणसी हाई स्पीड रेलवे का डीपीआर 4 महीने मैं तैयार कर लिए जाने का टारगेट रखा गया है