AIIMS के Speech Therapist Mao Bhartiya ने बताया कि किस तरीके से जन्मजात गूंगे बहरों को बोलना सिखाया जा सकता है, उन्होंने बताया 5 साल की उम्र तक छोटे बच्चों को बोलना सिखाया जा सकता है, ऐसे बच्चे जो जन्म से ही बहरे हैं उनके कान में खास तरीके का implant डाला जाता है, जिससे वह सुनना शुरू कर देते हैं और इसी के साथ Speech Therapist का काम शुरू हो जाता है, उन्होंने बताया कि बच्चों को इशारों में बातचीत करना नहीं सिखाया जाना चाहिए